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Rahu Strotram For Rahu SHanti

  * राहुपञ्चविंशतिनामस्तोत्रम * राहुर्दानवमन्त्री च सिंहिकाचित्तनन्दनः । अर्धकायः सदा क्रोधी चन्द्रादित्यविमर्दनः ।। 1 ।। रौद्रो रुद्रप्रियो दैत्यः स्वर्भानुर्भानुभीतिद:। ग्रहराजः सुधापायी राकातिथ्यभिलाषुक: ।। 2 । कालदृष्टिः कालरूपः श्रीकण्ठहृदयाश्रय: । विधुन्तुदः सैंहिकेयो घोररूपो महाबल: ।। 3 ।। ग्रहपीडाकरो दंष्ट्री रक्तनेत्रो महोदर: । पञ्चविंशतिनामानि स्मृत्वा राहुं सदा नर: ।। 4 ।। यः पठेन्महती पीडा तस्य नश्यति केवलम् । आरोग्यं पुत्रमतुलां श्रियं धान्यं पशूंस्तथा ।। 5 ।। ददाति राहुस्तस्मै यः पठते स्तोत्रमुत्तमम् । सततं पठते यस्तु जीवेद्वर्षशतं नर: ।। 6 ।।   श्री स्कन्द पुराणे श्री राहुपञ्च विंशति नाम स्तोत्रं सम्पूर्णम  

Safed Chandan Mala / White Sandal wood for RAHU Planet- How to wear Dos & Don'ts

Safed Chandan Mala / White Sandal wood for RAHU Planet- How to wear Dos & Don'ts                                                                         DESCRIPTION Safed chandan mala is a virtuous Mala that has soothing & calming effects on the wearer. In Vedas also, this Mala is highly regarded and recommended to gain knowledge & wisdom. It has health benefits also, thus, is used to calm common fever, anxieties, insomnia, blood pressure, and migraine, etc. It is a treasure of virtues that are apparent to the wearer. Safed chandan mala is a virtuous Mala that has soothing & calming effects on the wearer. In Vedas also, this Mala is highly regarded and recommended to gain knowledge & wisdom. It has health benefits also, thus, is used to calm common f...

Rudrabhishek Pooja Details

  Rudrabhishek Pooja Details रुद्राभिषेक का अर्थ है भगवान् रूद्र का अभिषेक. रूद्र भगवान् शिव का ही   विनाशक अवतार है. मान्यताओं के अनुसार सभी प्रकार के दुःख , पीड़ा , कठिनाई और मृत्यु के कारक रूद्र ही हैं. वैदिक कर्मकाण्ड के अनुसार रुद्राभिषेक रूद्र देव को प्रसन्न करने का एकमात्र  सरल और    कारगर उपाय है.   ऐसी मान्यता है कि “ रुद्राभिषेक ” करने से ग्रह जनित समस्त दोष दूर होते हैं साथ ही आयु , आरोग्य और ऐश्वर्य की वृद्धि होती है . यदि आप निम्न कारणों से परेशान है तो आपको  रुद्राभिषेक अवश्य कराना चाहिए §   शनि की साढ़े साती जो तुला , वृश्चिक और धनु राशि पर है §   शनि की   ढैया जो मेष और सिंह राशि पर है §   राहु की महादशा/अंतर दशा   §   केतु की महादशा / अंतर दशा   §   मारकेश की महादशा /अंतर दशा   §   अष्टम शनि या राहु §   कुंडली में “ ग्रहण दोष ”  §   कुंडली में “ काल सर्प दोष ” §   कमजोर चंद्रमा के कारण स्वास्थ्य या मानसिक समस्या   §   आर्थिक स्थिति कमज...